Swamitva Yojana | Swamitva Yojana Application Form | Swamitva Yojana App Download
दोस्तों आज मै आपको प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरु की गई एक विषेश योजना के बारे में बताने जा रहे है। इस योजना का नाम प्रधानमत्री स्वामित्व योजना (Pradhanmantri Swamitva Yojana) ये योजना डिजिटल इंडिया के तहत शुरु की गई है। इस योजना ई-ग्राम स्वराज पोर्टल( E-gram swaraj portal ) के साथ जोड़ा जायेगा इस पोर्टल पर ग्राम समाज से जुडी सभी समस्याओं की जानकारी रहेगी इस पोर्टल को पंचायती राज विभाग के द्वारा देखरेख किया जायेगा।
Swamitva Yojana
कल यानि 11 अक्टूबर 2020 को लोक नायक जय प्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख जी की जंयती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव के लोगों को उनकी मालिकाना हक देने वाली स्वामित्व योजना शुरु कर एक ऐसे जरुरी काम की शुरुआत की जिसे की काफी पहले कर देना चाहिये |
स्वामित्व योजना के जरिये उन सभी ग्रामीणों को अपने आवास के दस्तावेज हासिल हो सकेगें,जिनके पास इस बात का प्रमाण नही था कि वे जिस भूमि में रह रहे है उस पर उनका मालिकाना हक है भी कि नही।जिसके कारण काफी विवाद भी होते थे और उनको इस बात का सदैव डर बना रहता था कि कहीं उनकी जमीन पर कोई कब्जा न कर ले, जिससे वे बेघर न हो जाये।अब जब लोग अपनी आवासीय जमीन का मालिकाना हक प्राप्त कर लेगें तो भविष्य में उन्हें किसी भी बात का भय नही रहेगा और अपनी जमीन का क्रय-विक्रय भी आसानी से कर सकेगें। इतना ही नहीं आवश्यकता पड़ने पर उस जमीन पर वे कर्ज भी ले सकेंगें।एक तरह से अब भू-संपत्ती का उपयोग वित्तीय संपत्ति के रुप में कर सकेगा।
अभी इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है इस योजना से लाभान्वित होने वाली लोगो की संख्या करोड़ो मे होगी क्योंकि देश की 60 फीसदी आबादी अभी भी गांवों में हैऔर उनमें से एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जिसके पास अपने घर के दस्तावेज नहीहै।चूकि स्वामित्व योजना का क्रियान्वन आधुनिक तकनीकी से किया जा रहा हैं इसलिए उम्मीदकिया जा रहा है कि आने वाले 4 वर्षों में छह लाख से भी अधिक गावों को इस योजना में शामिल किया जायेगा।
PM स्वामित्व योजना की मुख्य विशेषता
योजना का नाम | पीएम स्वामित्व योजना |
विभाग | पंचायती राज मंत्रालय |
घोषणा | पीएम मोदी द्वारा 24 अप्रैल 2020 |
आरंभ तिथि | 24 अप्रैल 2020 |
उद्देश्य | लोन लेने में सुविधा |
वेबसाइट | https://egramswaraj.gov.in |
स्वामित्व योजना– आत्म निर्भर बनने की ओर एक और बड़ा कदम
ग्रामीणों के संपत्ति के अधिकार को नई उचाइं देते हुए मोदी सरकार नें रविवार को स्वामित्व योजना की शुरुआत की। जिसके तहत 1 लाख परिवारों को संपत्ति कार्ड दिया गया।अगले तीन से चार वर्षों में हर ग्रामीण परिवार को सम्पत्ति कार्ड देने का लक्ष्य है।अभी इसकी शुरुआत6 राज्यों के 763 गावों से की गई।हमारें प्रधानमंत्री जी नें इसें आत्मनिर्भर ग्रामीण भारत कीदिशा में अहम कदम बताया।
इन ग्रामीणों नें अपने मोबाईल पर Swamitva Yojana App Download करके, आये एसएमएस के जरिये संपत्ति कार्ड डाउनलोड किया। प्रधानमंत्री जी नें आपने भाषण में कहा कि जो भी नवजवान अपने दम पर कुछ करना चाहते है वे भी अब स्वामित्त योजना के तहत बने संपत्ति कार्ड के द्वारा आसानी से बैंक से लोन ले सकते है। उन्होनें कहा कि जब संपत्ति का रिकार्ड होता है तो नागरिकों का आत्मविश्वास बढ़ता है और निवेश के रास्ते खुल जाते है।
Swamitva Scheme की कुछ खास बातें
- करीब एक लाख ग्रामीणों ने डाउनलोड किये अपने मकानो के संम्पत्ति कार्ड |
- तीन से चार साल में हर गाँव में हर परिवार को मिल जायेगा स्वामित्व संम्पत्ति कार्ड |
- संपत्ति कार्ड बिना विवाद के संपत्ति खरीदने और बेचने का रास्ता साफ करेगा।
- ड्रोन मैपिंग से भूमि रिकार्ड बन सकेगा और गावों में विकास कार्य आसान हो जायेगे।
- जिस तरहसे खेतों की खतौंनी होती है उसी तरह से घर की घरौनी होती है |
- इससे 75 प्रतिशत संपत्ति के विवादों की समस्या हल हो जायेगी |
- लोगो को थानों और तहसील का चक्कर नही लगाना पडेगा।
- घरौनी से लोगों के घर की संपत्ति प्रमाणित हो जायेगी |
- इससे ही ग्रामीणों को बैंक से ऋण लेने में आसानी हो जायेगी |
क्या है घरौनी
अब किसान के पास खेती के कागजों के साथ घर के कागज भी सरकारी रिकार्डों में दर्ज होगे जिससे कोई भी ग्रामीण एक क्लिक से अपने घर के कागजात निकाल सकता है जिसे घरौनी कहा जाता है | इसके लिए शासन ने स्वामित्व योजना की शुरुआत की गई है |
क्या होगा घरौनी का फायदा ?
स्वामित्व योजना का फायदा यह होगा कि गावों की संपत्तयों पर कब्जें को लेकर लड़ाई-झगड़ें में कमी आयेगी।गावों के लोग अपनी घरौनी के बंधक में रखकर बैंकसे अपनी जरुरत केलिए कर्ज ले सकते है।ड्रोन के जरिये फोटोग्राफी से मानचित्र तैयार कि जायेगी और उसमें दिखायी गये क्षेत्र की मानिटरिंग की जायेगी।
ये होगीं नो कैटगरी
स्वामित्व योजना के अन्तर्गत कुछ भूमि को (No Category) नो कैटेगरी में रखा गया है जिनकी लिस्ट हम आपको नीचे दे रहे है
- केन्द्र सरकार के विभाग,निगम,प्राधिकरण आदि के भवन,भूमि
- राज्य सरकार के विभाग, निगम,प्राधिकरण आदि के भवन,भूमि
- अर्धसरकारी संस्थाओं के भवन और भूमि
- सहकारी संगठन स्वयं सहायता समूह के भवन व भूमि
- ग्राम पंचायत /स्थानीय निकाय की भूमि एवं भवन
- निजी,व्यक्तिगत,पारिवारिक भवन व भूमि
- निजी कंपनी,कार्पोरेशन,फर्म आदिके भवन व भूमि
- न्याय व धर्मार्थ संस्थाओं, एनजीओ के भवन व भूमि
इन राज्यो से हुई स्वामित्व योजना की शुरुआत
स्वामित्व योजना की शुरुआत 763 गावोंसे की गई। जिनमें उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221,महाराष्ट्र के 100, उत्तराखण्ड के 50, मध्य प्रदेश के 44 और कर्नाटक के दो गावं है।
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
PM Swamitra Yojana Apply 2020 में आवेदन कुछ स्टेप के बारें में बताने जा रहे है कृपया इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें –
- सबसे पहले PM Swamitra Yojana के लिए इस लिंक पर क्लिक करें – https://egramswaraj.gov.in/
- वेबसाईट के होम पेज पर न्यू रजिस्ट्रेशन के आप्शन पर क्लिक करें
- जैसे ही आप आप्शन पर क्लिक करते ही एक फार्म खुलेगा जिसमें आपको कुछ जरुरी जानकारी भरनी होगी |
- पूरें फार्म को ध्यानपूर्वक भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें |
- Swamitva Yojana Application Form पूरी तरह भर जायेगा योजना सेसंबन्धित सारी जानकारी आपको रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर और इमेल आईडी पर मिलती रहेगी।
Swamitva Yojana Helpline Number
दोस्तों इस लेख के माध्यम आज हमने आपको Swamitva Yojana के बारें काफी महत्वपूर्ण जानकारी देदी है। यदि आपको इस योजना से सम्बन्धित कोई भी जानकारी चाहिये तो आप दिये गये ई-मेल आई डी पर पूछ सकते है- egramswaraj@gov.in
FAQ
Swamitva Scheme क्या है ?
Swamitva Scheme के तहत लोगों को उनके प्रॉपर्टी का मालिकाना हक उपलब्ध कराया जाएगा जिसके तहत स्वामित्व कार्ड तथा जमीन के दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे ।
स्वामित्व योजना के फायदे क्या है ?
प्रॉपर्टी पर आसानी से ऋण लेने की सुविधा, जमीन पर पूरी तरह से मालिकाना हक,जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध होना,जमीन मालिक का पूरा रिकॉर्ड पोर्टल पर उपलब्ध रहना,फर्जीवाड़े धोखाधड़ी भूमि माफिया के ऊपर प्रतिबंध आदि फायदे स्वामित्व योजना में प्राप्त होंगे।
घरौनी क्या है ?
अब किसान के पास खेती के कागजों के साथ घर के कागज भी सरकारी रिकार्डों में दर्ज होगे जिससे कोई भी ग्रामीण एक क्लिक से अपने घर के कागजात निकाल सकता है, जिसे घरौनी कहा जाता है |